आधुनिक तकनीक.................नहीं.!!
आधुनिक शिक्षा.....................नहीं.!!
आधुनिक विज्ञान...................नहीं.!!
ग्राफिक्स..............................नहीं.!!
सॉफ्टवेयर...........................नहीं.!!
आधुनिक यन्त्र......................नहीं.!!
तो भी सहस्रों वर्ष पूर्व हमारे पूर्वजों ने कई फीट ऊँचे मन्दिरों के भीतरी छतों में अपने शिल्पकुशलता से दुर्लभतम शिल्प निर्माण किए जो आज के तथाकथित "मॉडर्न इंजीनियर्स" को लज्जित कर देने के लिए पर्याप्त है।
क्या आज आधुनिक विज्ञान और तकनीकों का उपयोग कर भी इसकी अनुकृति निर्माण किसी से सम्भव है.???? सोचकर देखें.!!
मौर्य राजवंश मौर्य शासनकाल में जो कलाकृतियों का प्रचलन था और निर्माण हुआ और जो शासन व्यवस्था थी, आज तक वह न ही किसी और राजवंश के बस का और न हैं, और मौर्य काल की बराबरी करने वाला आज तक शायद ही कोई हो,,
हम सांस्कृतिक और कलात्मक रूप से आदिकाल से ही समृद्ध रहे हैं।
किन्तु वामपंथी इतिहासकार चरण चाटुकरिता और राजनीतिक प्रश्रय के कारण इतने सामर्थवान थे की कभी हमें हमारी सांस्कृतिक विरासत से परिचय ही नहीं कराया।
केवल भूखा और दासत्व वाला आर्यावर्त विश्व को दिखाया गया और विश्व में समक्ष हमें लज्जित करने का षड्यंत्र रचा गया।
परन्तु अब परिस्थिति में बदलाव आया है। लोग अपने गौरवशाली अतीत के प्रति जिज्ञासु और जागरूक हो रहे हैं।
सोशल मीडिया भी इसमें सहयोग कर रहे हैं।
धन्यवाद है उनलोगों का जो सनातनी पूर्वजों के गौरवान्वित अनमोल कृतियों को जनसामान्य तक पहुँचाने में सहयोगी हो रहे हैं।
गौरवशाली सनातन धरोहर...!!
जय जय मौर्य राजवंश
जय सनातन धर्म🙏🚩🙏
जय महाकाल🔱🚩🔱
Modern technology.................No.!!
Modern Education.....................No.!!
Modern Science .................... No.!!
Graphics............................No.!!
SOFTWARE............................No.!!
Modern equipment ................................ No.!!
Yet, thousands of years ago, our forefathers created the rarest of craftsmanship in the inner terraces of temples several feet high, which is enough to put the so-called "Modern Engineers" to shame today.
Is it possible to create imitation of it even today by using modern science and techniques.???? Have a look.!!
Maurya Dynasty The artefacts that were prevalent and built during the Maurya reign and the system of governance, till date they are not owned by any other dynasty, and till date there is hardly anyone to match the Maurya period,
We have been rich culturally and artistically since time immemorial.
But the leftist historian Charan was so powerful due to sycophancy and political patronage that he never introduced us to our cultural heritage.
Only the hungry and enslaved Aryavarta was shown to the world and a conspiracy was hatched to put us to shame before the world.
But now the situation has changed. People are becoming curious and aware of their glorious past.
Social media is also helping in this.
Thank you to those people who are cooperating in taking the proud precious creations of Sanatani ancestors to the general public.
Glorious Sanatan Heritage...!!
Jai Jai Maurya Dynasty
Jai Sanatan Dharma
Jai Mahakal🔱🚩🔱
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